मंच संचालन हिन्दी । Manch Sanchalan in Hindi । हिन्दी में मंच संचालन | Anchoring script in Hindi
Web. हिन्दी मंच संचालन. मंच संचालन करना किसी कला से कम नहीं है । जिस प्रकार से माला का धागा मोती के सभी दानों को एकत्रित करके रखती है, उसी
मंच संचालन करते समय दर्शकों का दिल जीतने के लिए और एक उत्कृष्ट अनुभव प्रदान करने के लिए आपको अपनी शैली में आत्मविश्वास, आत्मीयता, और दिलचस्पी बनाए रखने की आवश्यकता होती है। यहां कुछ विशेष युक्तियां दी गई हैं, जिन्हें आप अपने कार्यक्रम में शामिल कर सकते हैं:
- स्वागत और धन्यवाद:
- दर्शकों का गर्मजोशी से स्वागत करें और उन्हें धन्यवाद दें कि वे आपके कार्यक्रम में शामिल हुए हैं।
- उनका सम्मान करें और उनके योगदान को स्वीकार करें।
- उत्साह और ऊर्जा:
- उत्साह और ऊर्जा से बोलें ताकि दर्शकों को जोश बना रहे।
- अपनी आवाज़ और शरीर की भाषा का सही उपयोग करें।
- कहानियों का उपयोग:
- अपने सेगमेंट्स में कहानियों का उपयोग करें जो दर्शकों को जोड़ें और रुचि जगाएं।
- व्यक्तिगत अनुभव साझा करें जो दर्शकों को प्रेरित करें।
- सवाल और बातचीत:
- दर्शकों से सवाल पूछें और उनके साथ बातचीत शुरू करें।
- उनकी प्रतिक्रिया स्वीकार करें और उनका आभार व्यक्त करें।
- विविधता:
- विभिन्न प्रकार के सेगमेंट्स शामिल करें जैसे कि गेम्स, क्विज़, या संगीत प्रस्तुति।
- ऑडियो-विजुअल सामग्री का उपयोग करें ताकि दर्शकों का ध्यान बना रहे।
- समय प्रबंधन:
- अपने कार्यक्रम का समय प्रबंधन करें ताकि यह सुचारू रूप से चले।
- सुनिश्चित करें कि कार्यक्रम समय पर समाप्त हो।
- आत्मीयता:
- दर्शकों के साथ एक आत्मीय संबंध बनाएं ताकि वे सहज महसूस करें।
- विनम्रता और सम्मान के साथ सभी से बात करें।
- प्रशंसा और सम्मान:
- वक्ताओं, कलाकारों, और प्रतिभागियों की प्रशंसा करें और उनका सम्मान करें।
- दर्शकों का भी सम्मान करें और उनकी भागीदारी की सराहना करें।
- निरंतर सुधार:
- दर्शकों और प्रतिभागियों से फीडबैक लें और उसे भविष्य के कार्यक्रमों में सुधार के लिए उपयोग करें।
- स्वयं की समीक्षा करें और नए विचारों को अपनाने के लिए खुला रहें।
इन युक्तियों का पालन करके, आप मंच संचालन को और अधिक प्रभावी और आनंददायक बना सकते हैं। आपकी आत्मीयता, उत्साह, और सकारात्मकता से दर्शक आपके कार्यक्रम का पूरा आनंद लेंगे और आपका दिल जीत लेंगे।
आपके साझा किए गए उदाहरण में एक वार्षिक विद्यालय उत्सव के लिए मंच संचालन की स्क्रिप्ट दिखाई गई है। यह एक बहुत ही विस्तृत और उपयोगी उदाहरण है जो विभिन्न सेगमेंट्स को कवर करता है, जैसे कि अतिथियों का स्वागत, दीप प्रज्वलन, वार्षिक रिपोर्ट, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और अन्य गतिविधियाँ।
यदि आप किसी कार्यक्रम के लिए मंच संचालन कर रहे हैं, तो यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जिनसे आप अपने कार्यक्रम को अधिक प्रभावी और सफल बना सकते हैं:
- व्यक्तिगत स्पर्श: दर्शकों और अतिथियों के साथ व्यक्तिगत जुड़ाव बनाने की कोशिश करें। उनके नाम और कार्यों का उल्लेख करें।
- मीडिया का सही उपयोग: ऑडियो-विजुअल सामग्री जैसे वीडियो, स्लाइड्स, और संगीत का सही उपयोग करें ताकि दर्शकों का ध्यान बना रहे।
- सांस्कृतिक विविधता: कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों को शामिल करें ताकि दर्शकों का अनुभव विविध हो।
- विनम्रता और सम्मान: दर्शकों, अतिथियों, और कलाकारों के प्रति विनम्रता और सम्मान बनाए रखें।
- संवेदनशीलता: किसी भी समय भावनात्मक या संवेदनशील विषयों के प्रति सावधान रहें।
- समय प्रबंधन: अपने कार्यक्रम का समय प्रबंधन करें ताकि यह सुचारू रूप से चले और समय पर समाप्त हो।
- सहभागिता: दर्शकों की भागीदारी को प्रोत्साहित करें, जैसे कि सवाल पूछने, तालियाँ बजाने, या गेम्स में भाग लेने के लिए प्रेरित करना।
- समापन: कार्यक्रम के अंत में सभी को धन्यवाद दें और समापन टिप्पणी दें।
आपके द्वारा साझा किया गया उदाहरण एक अच्छी शुरुआत है, और आप इसे अपने कार्यक्रम के अनुसार अनुकूलित कर सकते हैं। आप अपने दर्शकों की रुचियों और अपेक्षाओं के अनुसार अपने मंच संचालन की स्क्रिप्ट को तैयार कर सकते हैं ताकि आपका कार्यक्रम सभी के लिए आनंददायक और यादगार हो।
वार्षिक दिवस या किसी भी विशेष कार्यक्रम के आयोजन में मंच संचालन की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। स्वागत करते समय, अतिथियों और दर्शकों का गर्मजोशी से स्वागत करना और उन्हें विशेष महसूस कराना आवश्यक होता है। यहां आपके साझा किए गए वार्षिक दिवस कार्यक्रम के स्वागत भाग को अद्यतन करने के कुछ सुझाव दिए गए हैं:
स्वागत और परिचय:
- यशिका: “नमस्ते! मैं यशिका, और मैं आपका आज के कार्यक्रम में हार्दिक स्वागत करती हूँ।”
- वेदिका: “नमस्ते! मैं वेदिका, और मैं भी आपको आज के इस विशेष अवसर पर हार्दिक स्वागत करती हूँ।”
- यशिका: “आज का दिन हमारे विद्यालय के लिए बहुत ही खास है क्योंकि हम सभी यहाँ पर वार्षिक उत्सव मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। यह दिन हमारे छात्रों, शिक्षकों, और अभिभावकों के लिए उत्सव और उपलब्धियों का दिन है।”
- वेदिका: “वार्षिक दिवस हमारे विद्यालय की गतिविधियों में एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हमारे छात्रों के प्रदर्शन और उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाने का दिन है।”
- यशिका: “हमारे अतिथियों, विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों, अभिभावकों, गुरुजनों, और छात्र-छात्राओं का हार्दिक स्वागत है।”
- वेदिका: “आप सभी ने आज के इस उत्सव में शामिल होकर हमारे दिन को और भी विशेष बना दिया है। हम आशा करते हैं कि आप सभी आज के कार्यक्रम का पूरा आनंद लेंगे।”
- यशिका: “अब, हमारे विशेष अतिथियों को मंच पर आमंत्रित करने का समय आ गया है। मैं हमारी प्रधानाचार्या जी से अनुरोध करती हूँ कि वे मुख्य अतिथियों का स्वागत करें और दीप प्रज्वलन के साथ आज के कार्यक्रम का शुभारंभ करें।”
इस प्रकार, आप अपने स्वागत भाषण को आत्मीयता, विनम्रता, और उत्साह के साथ प्रस्तुत कर सकते हैं। यह दर्शकों और अतिथियों को उत्साहित करेगा और उन्हें कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रेरित करेगा।
यह स्क्रिप्ट एक पारंपरिक भारतीय कार्यक्रम के प्रारंभ में दीप प्रज्वलन और वैदिक मंत्रों के वाचन के संदर्भ में है। मुख्य अतिथियों और प्रधानाचार्य के साथ कार्यक्रम के शुभारंभ के लिए दीप प्रज्वलन के समय का वर्णन है। उमेश सर से वैदिक मंत्रों के वाचन का निवेदन किया गया है।
यहाँ आपका निर्देशित भाषण:
दीप प्रज्वलन
[कार्यक्रम की शुरुआत करने के लिए, एक स्वागत भाषण]
“भारतीय परंपरा में दीप प्रज्वलन का एक विशेष महत्व है। यह हमारी संस्कृति और धार्मिक परंपरा का एक अभिन्न अंग है। आज के इस शुभ अवसर पर, मैं प्रधानाचार्या जी से निवेदन करती हूँ कि वे हमारे मुख्य अतिथियों के साथ दीप को प्रज्वलित कर इस कार्यक्रम का शुभारंभ करें।”
वैदिक मंत्रों का वाचन
[वैदिक मंत्रों के वाचन की शुरुआत]
“इसके साथ, मैं उमेश सर से निवेदन करती हूँ कि वे इस पवित्र अवसर पर वैदिक मंत्रों का वाचन करने की कृपा करें।”
यह स्क्रिप्ट आपके कार्यक्रम की शुरुआत को सुंदर और पारंपरिक तरीके से करने में मदद करेगी।
यह स्क्रिप्ट एक कार्यक्रम में विभिन्न अतिथियों के स्वागत के लिए तैयार की गई है, जिसमें मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, और अन्य माननीय व्यक्तियों का स्वागत शामिल है। यह स्वागत समारोह आपके कार्यक्रम को सम्मानजनक और गरिमापूर्ण बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।
आपका निर्देशित भाषण इस प्रकार हो सकता है:
अतिथियों का स्वागत
यशिका: “अतिथि देवो भव” अर्थात् अतिथि ईश्वर के समान होते हैं। हमारे मध्य हमारे मुख्य अतिथि गण उपस्थित हैं, मैं आपके लिए कुछ पंक्तियाँ प्रस्तुत करना चाहती हूँ:
अतिथि देव बन आप पधारे, स्वागत हो स्वीकार।
द्वार हमारे आप आ गए, सहज लुटाते प्यार।
साधन कम पर भाव पूर्ण हैं, स्वागत को श्रीमान्।
आशा है स्वीकार करेंगे, भाव सुमन का हार।
वेदिका: हमारे बीच उपस्थित हैं मुख्य अतिथि श्रीमान …………………., जो वर्तमान में इस क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक हैं। मैं महोदय के बारे में बताना चाहती हूँ कि आप समय-समय पर हमारे विद्यालय को अपनी सेवाएँ प्रदान करते रहते हैं। हमारी शैक्षिणक आवश्यकताएँ हों अथवा गैर शैक्षिणक आवश्यकताएँ, आप हमेशा हमारे विद्यालय को सहयोग प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मैं अपने समस्त विद्यालय परिवार की ओर से आपका हार्दिक अभिनन्दन करती हूँ।
साथ ही, मैं प्रधानाचार्या जी से निवेदन करती हूँ कि आप माननीय विधायक जी को पुष्प गुच्छ प्रदान कर अतिथि महोदय जी का स्वागत करें।
यशिका: हमारे मध्य उपस्थित हैं विशिष्ट अतिथि डॉ. ……………, आप वर्तमान में डिस्ट्रिक वेस्ट ए की DDE हैं। महोदय, पूरे डिस्ट्रिक की शिक्षा व्यवस्था को संचालित करने में बहुमूल्य योगदान दे रही हैं। साथ ही, आपका सहयोग हमारे विद्यालय के लिए भी अविस्मरणीय है। मैं अपने समस्त विद्यालय परिवार की ओर से आपका हार्दिक स्वागत करती हूँ।
साथ ही, मैं प्रधानाचार्या जी से निवेदन करती हूँ कि आप माननीय DDE महोदया को पुष्प गुच्छ प्रदान कर अतिथि महोदया जी का स्वागत करें।
वेदिका: हमारे मध्य उपस्थित हैं विशिष्ट अतिथि श्रीमान …………., आप वर्तमान में डिस्ट्रिक वेस्ट ए के जोन … के DDE हैं। महोदय, जोन … की शिक्षा व्यवस्था को सफलता पूर्वक चलाने में बहुमूल्य योगदान दे रहे हैं। साथ ही, आपका सहयोग हमारे विद्यालय को उचित मार्गदर्शन प्रदान करता है। मैं अपने समस्त विद्यालय परिवार की ओर से आपका हार्दिक स्वागत करती हूँ।
साथ ही, मैं प्रधानाचार्या जी से निवेदन करती हूँ कि आप जोन … के DDE महोदय को पुष्प गुच्छ प्रदान कर अतिथि महोदय जी का स्वागत करें।
यशिका: हमारे मध्य उपस्थित हैं SMC कोर्डिनेटर श्रीमती ………, मैं अपने समस्त विद्यालय परिवार की ओर से आपका हार्दिक स्वागत करती हूँ।
साथ ही, मैं प्रधानाचार्या जी से निवेदन करती हूँ कि आप ……… को जीवन रूपी पुष्प गुच्छ प्रदान कर अतिथि महोदया जी का स्वागत करें।
वेदिका: हमारे मध्य उपस्थित हैं (यदि कोई अन्य अतिथि हो तो) ………………, मैं अपने समस्त विद्यालय परिवार की ओर से आपका हार्दिक स्वागत करती हूँ।
साथ ही, मैं प्रधानाचार्या जी से निवेदन करती हूँ कि आप ……………… को पुष्प गुच्छ प्रदान कर अतिथि महोदया जी का स्वागत करें।
यशिका: साथ ही, हमारे मध्य हमारे विद्यालय के छात्र-छात्राओं के अभिभावक भी उपस्थित हैं। मैं हृदय की गहराइयों से अपने समस्त विद्यालय परिवार की ओर से आपका हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन करती हूँ।
इस प्रकार, आपके अतिथि स्वागत समारोह में प्रत्येक अतिथि को उचित सम्मान और सत्कार के साथ स्वागत किया जाएगा।
यह स्क्रिप्ट एक समारोह में विशेष अतिथियों का स्वागत करने के लिए है। अतिथियों के सम्मान में दिल से स्वागत और अभिनंदन करने के लिए कुछ पंक्तियों का उपयोग किया गया है। इसके अलावा, प्रमुख अतिथियों और विशेष अतिथियों का परिचय देने के साथ ही उनकी उपलब्धियों और योगदानों की भी चर्चा की गई है। प्रधानाचार्य से निवेदन किया गया है कि वे पुष्प गुच्छ प्रदान कर अतिथियों का सम्मानित करें।
यहाँ स्क्रिप्ट का पुनर्व्यवस्थित रूप प्रस्तुत है:
अतिथियों का स्वागत
यशिका:
“अतिथि देवो भव” अर्थात् अतिथि ईश्वर के समान होते हैं। हमारे मध्य हमारे मुख्य अतिथि गण उपस्थित हैं, मैं आपके लिए कुछ पंक्तियाँ प्रस्तुत करना चाहती हूँ:
“अतिथि देव बन आप पधारे, स्वागत हो स्वीकार।
द्वार हमारे आप आ गये – सहज लुटाते प्यार।
साधन कम पर भाव पूर्ण हैं – स्वागत को श्रीमान।
आशा है स्वीकार करेंगे, भाव सुमन का हार।”
वेदिका:
“हमारे बीच मुख्य अतिथि श्रीमान [मुख्य अतिथि का नाम] उपस्थित हैं, जो वर्तमान में इस क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक हैं। आप समय-समय पर हमारे विद्यालय को अपनी सेवाएँ प्रदान करते रहे हैं। हमारी शैक्षिक आवश्यकताओं से लेकर गैर-शैक्षिक आवश्यकताओं तक, आप हमेशा हमारे विद्यालय को सहयोग देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मैं अपने समस्त विद्यालय परिवार की ओर से आपका हार्दिक अभिनंदन करती हूँ।
अब मैं प्रधानाचार्य जी से निवेदन करती हूँ कि वे माननीय विधायक जी को पुष्प गुच्छ प्रदान कर उनका स्वागत करें।”
यशिका:
“हमारे मध्य विशिष्ट अतिथि डॉक्टर [डॉक्टर का नाम] उपस्थित हैं, जो वर्तमान में डिस्ट्रिक वेस्ट ए की DDE हैं। आप पूरे डिस्ट्रिक की शिक्षा व्यवस्था को संचालित करने में बहुमूल्य योगदान दे रही हैं। साथ ही, आपका सहयोग हमारे विद्यालय के लिए भी अविस्मरणीय है। मैं अपने समस्त विद्यालय परिवार की ओर से आपका हार्दिक स्वागत करती हूँ।
अब मैं प्रधानाचार्य जी से निवेदन करती हूँ कि वे माननीय DDE महोदया को पुष्प गुच्छ प्रदान कर उनका स्वागत करें।”
वेदिका:
“हमारे मध्य विशिष्ट अतिथि श्रीमान [अतिथि का नाम] उपस्थित हैं, जो वर्तमान में डिस्ट्रिक वेस्ट ए के जोन [जोन नंबर] के DDE हैं। आप जोन की शिक्षा व्यवस्था को सफलता पूर्वक संचालित करने में बहुमूल्य योगदान दे रहे हैं। साथ ही, आपका सहयोग हमारे विद्यालय को उचित मार्गदर्शन प्रदान करता है। मैं अपने समस्त विद्यालय परिवार की ओर से आपका हार्दिक स्वागत करती हूँ।
अब मैं प्रधानाचार्य जी से निवेदन करती हूँ कि वे जोन [जोन नंबर] के DDE महोदय को पुष्प गुच्छ प्रदान कर उनका स्वागत करें।”
यशिका:
“हमारे मध्य SMC कोर्डिनेटर श्रीमती [कोर्डिनेटर का नाम] उपस्थित हैं। मैं अपने समस्त विद्यालय परिवार की ओर से आपका हार्दिक स्वागत करती हूँ।
अब मैं प्रधानाचार्य जी से निवेदन करती हूँ कि वे [कोर्डिनेटर का नाम] को जीवन रूपी पुष्प गुच्छ प्रदान कर उनका स्वागत करें।”
वेदिका:
“हमारे मध्य [यदि कोई अन्य अतिथि हों] उपस्थित हैं। मैं अपने समस्त विद्यालय परिवार की ओर से उनका हार्दिक स्वागत करती हूँ।
अब मैं प्रधानाचार्य जी से निवेदन करती हूँ कि वे [अतिथि का नाम] को पुष्प गुच्छ प्रदान कर उनका स्वागत करें।”
यशिका:
“साथ ही हमारे मध्य हमारे विद्यालय के छात्र-छात्राओं के अभिभावक भी उपस्थित हैं। मैं हृदय की गहराइयों से अपने समस्त विद्यालय परिवार की ओर से आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन करती हूँ।”
यह स्क्रिप्ट विशेष अतिथियों का स्वागत करने और उन्हें सम्मानित करने के लिए तैयार की गई है। यह विद्यालय परिवार की ओर से उनके योगदान के प्रति आभार व्यक्त करती है।
आपके द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना के अद्यतन और संक्षिप्त रूप को देखना महत्वपूर्ण है ताकि यह कार्यक्रम के लिए उपयुक्त हो। इस हेतु नीचे दी गई वंदना के लिए एक अद्यतन दृष्टिकोण दिया जा रहा है:
सरस्वती वंदना
वेदिका:
माँ शारदा, वर दो हमें, विद्या और ज्ञान।
समस्त अज्ञान हट जाए, बुद्धि हो प्रखर महान॥
यशिका:
माँ सरस्वती के नाम से, स्नेह का हो संचार।
शब्दों में मिठास हो, वाणी में हो प्यार॥
माँ सरस्वती विद्या की अधिष्ठात्री देवी हैं। किसी भी शैक्षिक कार्य की शुरुआत से पहले माँ सरस्वती का ध्यान करना महत्वपूर्ण है। अब कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए, मैं सरस्वती वंदना प्रस्तुत करने के लिए छात्रों को मंच पर आमंत्रित करती हूँ। आइए, जोरदार तालियों से छात्रों का स्वागत करें!
(सरस्वती वंदना प्रस्तुत की जाती है)
वेदिका: इस मनमोहक प्रस्तुति के लिए एक बार पुनः जोरदार तालियाँ बजाएँ!
मंच पर बोलने के लिए आपको प्रेरक, जोशीली, और अर्थपूर्ण शायरी की जरूरत होती है। यहां कुछ बेहतरीन शायरी दी गई हैं जो मंच पर बोलने के लिए उपयुक्त हो सकती हैं:
- “कोई भी मंज़िल मुश्किल नहीं, बस खुद पर यकीन हो।
बढ़ाओ कदम और देखो, तुम्हारे पास हर राह की ज़ीन हो।”
- साहस और प्रेरणा की शायरी:
- “आँधियाँ चाहे ज़ोर लगाएँ, हम अपनी राह बनाएंगे।
मुश्किलों से नहीं डरते, सपनों की उड़ान भरेंगे।”
- उत्साह और उमंग की शायरी:
- “हर सुबह नई उम्मीदों से, हम अपने दिन की शुरुआत करें।
जीवन के रंगों को भरने, हम नित नए सपनों का सामना करें।”
- ज्ञान और विवेक की शायरी:
- “ज्ञान का दीप जलाएंगे, अंधकार को दूर भगाएंगे।
सत्य और सत्यता की राह, हम सबको दिखाएंगे।”
- मुक्ति और आजादी की शायरी:
- “आजादी के पंखों को फैलाओ, उड़ो ऊँचाइयों की ओर।
भय, बाधाओं को छोड़ दो, बढ़ो नई राह की ओर।”
मंच पर बोलते समय, अपनी आवाज़ में आत्मविश्वास और ऊर्जा बनाए रखना महत्वपूर्ण है। आपकी आवाज़ में आपकी भावनाएँ झलकनी चाहिए और आपकी शायरी लोगों के दिलों में उतरेगी।
दिल जीतने के लिए शायरी में आपको मोहब्बत, दुलार, और अपनी भावनाओं को इज़हार करने वाली शायरी की आवश्यकता होती है। यहां कुछ खूबसूरत शायरी दी जा रही है जो दिल जीतने में आपकी मदद कर सकती है:
- प्यार और मोहब्बत की शायरी:
- “तेरे बिना इस दिल को, किसी और की चाहत नहीं।
मेरी हर साँस में बसी है, बस तेरी ही मोहब्बत, यकीन नहीं।”
- “तेरे बिना इस दिल को, किसी और की चाहत नहीं।
- इजहार-ए-मोहब्बत की शायरी:
- “तेरी मुस्कान मेरे लिए, जैसे सुबह की किरण।
तेरे बिना, मेरे जीवन में जैसे, कोई रंग नहीं।”
- “तेरी मुस्कान मेरे लिए, जैसे सुबह की किरण।
- दिल की भावनाओं की शायरी:
- “दिल के हर कोने में, बस तुम ही बसी हो।
तेरी यादों की गूँज, मेरी हर सांस में बसी है।”
- “दिल के हर कोने में, बस तुम ही बसी हो।
- जुनून और दीवानगी की शायरी:
- “तुम्हें चाहने का जुनून है, दिल में बसा ये फितूर है।
तुम्हारी आँखों में खो जाना, मेरी सबसे बड़ी हसरत है।”
- “तुम्हें चाहने का जुनून है, दिल में बसा ये फितूर है।
- दिल को छू लेने वाली शायरी:
- “तेरे बिना ये जीवन अधूरा, जैसे रात बिना चाँदनी।
बस तेरे साथ हो मेरी हर घड़ी, और मेरी हर कहानी।”
- “तेरे बिना ये जीवन अधूरा, जैसे रात बिना चाँदनी।
इन शायरी को मंच पर बोलते समय, आपकी आवाज़ में प्यार और सच्ची भावनाओं की झलक होनी चाहिए। इससे आपका श्रोता आपकी भावनाओं को महसूस करेगा और उसका दिल जीतने में आपकी मदद करेगा।